वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-कहा जा रहा है कि हत्या कर युवक का शव पानी के टैंक में फेंक दिया गया। घटना की जानकारी पर अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी और सीओ बघौली मौके पर पहुंचे और पड़ताल की।
कछौना कोतवाली क्षेत्र के शिवपुरी गांव से 11 दिन से लापता युवक का शव शुक्रवार शाम गांव के बाहर स्थित मकान के पास पानी के टैंक (हौदिया) में पड़ा मिला। कहा जा रहा है कि हत्या कर युवक का शव पानी के टैंक में फेंक दिया गया। उधर से निकले लोगों को बदबू आई, तो घटना का पता चला।
घटना की जानकारी पर अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी और सीओ बघौली मौके पर पहुंचे और पड़ताल की। शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है। कछौना कोतवाली क्षेत्र के शिवपुरी मजरा टिकारी निवासी अवधेश (30) गाजियाबाद में एक प्राइवेट फैक्ट्री में नौकरी करता था। 28 अगस्त को वह रक्षाबंधन के मौके पर गांव आया था।
29 अगस्त को गांव का ही एक व्यक्ति उसे अपने साथ ले गया था। इसके बाद अवधेश का कोई पता नहीं चला। 31 अगस्त को अवधेश के पिता महेश ने कछौना कोतवाली में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया, लेकिन फिर भी अवधेश का कोई सुराग नहीं मिला।
टैंक के पास से निकले, तो तेज बदबू आई
शुक्रवार शाम कुछ लोग गांव के बाहर स्थित एक मकान के बाहर बने पानी के टैंक के पास से निकले तो तेज बदबू आई। इसपर अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए, तो टैंक में शव पड़ा नजर आया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से शव बाहर निकलवाया।
पानी के टैंक में मिला है शव
शव निकलते ही सभी ने उसकी शिनाख्त अवधेश के रूप में कर ली। मृतक के पिता ने उसी शख्स पर हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया है, जिसके साथ अवधेश 29 अगस्त को घर से निकला था। शव भी उसी शख्स के मकान के बाहर स्थित पानी के टैंक में मिला है।
पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट होगी
घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेंद्र कुमार, सीओ बघौली विकास जायसवाल, फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सीओ विकास जायसवाल ने बताया कि शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट होगी। इसी आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
रंजिश से किया इनकार, गर्म है चर्चाओं का बाजार
अवधेश अपने माता पिता का अकेला पुत्र था। अवधेश के परिवार में पत्नी कांती और तीन बच्चे भी हैं। अवधेश के पिता महेश ने किसी से भी रंजिश की बात से इनकार किया है, लेकिन घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। दरअसल अवधेश गाजियाबाद में अकेले ही रहता था और उसका परिवार यहां रहता था। ऐसे में अलग अलग बातें कही जा रही हैं।